उपरोक्त शीर्षक चित्र श्री श्री राधा श्याम सुंदर , इस्कान मंदिर वृन्दावन, तिथि 15.04.2010 के दर्शन (vrindavan darshan से साभार ).

सोमवार, 10 अक्तूबर 2016

मैं कभी तुझसे ग़र दूर हूँ तो समझ लीजे

मैं कभी तुझसे ग़र दूर हूँ
तो समझ लीजे मज़बूर हूँ
हूँ परेशां किसी बात से
या किसी ग़म में मशगूल हूँ

तेरी यादों में खोया हूँ या
तेरे वादों पे भूला जहाँ
देखता हूँ तेरे ख्वाब मैं
दूर तुझसे खिला फूल हूँ

या ख़ुशी में हूँ खोया हुआ
नींद में हूँ या सोया हुआ
इश्क़ में तेरे बदनाम हूँ
प्यार में तेरे मशहूर हूँ

बात कोई भी हो जान-ए-मन
ना समझना मुझे बेवफा
तुमको भूला हूँ ना सोचना
ना समझना के मग़रूर हूँ
(योगेश वर्मा स्वप्न 11:10:2016)

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