प्यार में नापो नहीं
प्यार में तोलो नहीं
प्यार में बस चुप रहो
प्यार में बोलो नहीं
प्यार तोहफा रब का है
खुशनसीबों को मिले
प्यार में बस खुश रहो
राज-ऐ-दिल खोलो नहीं
प्यार में है क्या मज़ा
प्यार वाले जानते
प्यार करने दो उन्हें
विष-ज़हर घोलो नहीं
शब्द और संगीत से
गीत होता पूर्ण है
प्यार (दुएत)( सोंग) है (DUET)(SONG)
गीत ये( सोलो) नहीं(SOLO)
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जीवन
एक गीत,
आत्मा
मुखडा,
जन्म
अंतरा,
कर्म
अलंकार,
आंसू और मुस्कान
संगीत,
धुन
सुख दुःख,
श्रोता
जगत,
भाव
"प्रेम"
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नज़र मिली
दीदार हुआ,
दिल धड़का
प्यार हुआ,
शोले भड़के,
इकरार हुआ,
आंसू टपके
----?---- हुआ
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उत्तर ----इनकार
लघु रचना लिखने की कोशिश की है आपको कैसी लगी बताएं। धन्यवाद
12 टिप्पणियां:
achchi koshish... pehli rachna kafi achchi hai.. :)
'प्यार तोहफा रब का है
खुशनसीबों को मिले'
-सच्ची बात.
bahut achhi lagi teeno kaita,khas kar 2nd,jis mein pyar ko har bhav mein dhala hai bahut hi khibsurti se,bahut badhai
uncle, bahut hi sunder likha hai..
"प्यार में है क्या मज़ा
प्यार वाले जानते
प्यार करने दो उन्हें
विष-ज़हर घोलो नहीं"
second wali rachna me bilkul sahi kaha hai aapne..
"कर्म
अलंकार,
आंसू और मुस्कान
संगीत,
धुन
सुख दुःख,"
or last wali ka concept to bilkul hi alag laga. bahut hi achha hai.
question - answer kavita me...
my email id: puneetsahalot@gmail.com
आप प्यार को जिस पावनता के झरोखे से देखते हैं उसके लिये बधाई
मज़ा आ गया
बधाई
बहुत बढ़िया लिखते हैं, शुभकामनायें !
लघु रचनाएँ अच्छी हैं..
गीत भी सरल और सुंदर है.
दूसरी कविता ज्यादा पसंद आई..
तीसरी में अदाज़ अलग है..यहाँ भी सवाल??यह तो आंसू पढ़ कर ही समझ आ गया.
बहुत ही खूबसूरत रचनाएँ लगीं तीनो ही.
प्यार में नापो नहीं
प्यार में तोलो नहीं
प्यार में बस चुप रहो
प्यार में बोलो नहीं
yahi sahi hai
प्यार में नापो नहीं
प्यार में तोलो नहीं
प्यार में बस चुप रहो
प्यार में बोलो नहीं
yahi sahi hai
bahut sundar rachnayein
jeevan ko geet ki taraha gungunane se sach prem ka bhav apne aap uday ho jayega.
bahut khoob
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