उपरोक्त शीर्षक चित्र श्री श्री राधा श्याम सुंदर , इस्कान मंदिर वृन्दावन, तिथि 15.04.2010 के दर्शन (vrindavan darshan से साभार ).

शुक्रवार, 8 मई 2009

किस्मत मेहरबान हुई आप आए

किस्मत मेहरबां हुई आप आये
मचलते हैं तूफां कई आप आये

वो तरसा किये जिनको दीवार--दर भी
वो, जिनके बिना घर था , कोई घर भी
बने आज मेहमां, वही , आप आये
किस्मत.......................................

ग़मों की वो बदली नहीं छंट रही थी
वो, तन्हाई काटे नहीं कट रही थी
की अब हम हैं तन्हा, नहीं, आप आये
किस्मत......................................

वो कैसी अगन थी जले जिसमें दोनों
वो कैसी कशिश थी पले जिसमें दोनों
लुटा जिसमें , ईमां, सही आप आये
किस्मत.....................................

16 टिप्‍पणियां:

"अर्श" ने कहा…

achhe khayaalaat ke liye badhaayee..



arsh

योगेन्द्र मौदगिल ने कहा…

वाह... योगेश जी, वाह... अच्छा गीत है.. बहुत अच्छा... साधुवाद स्वीकारें..

संगीता पुरी ने कहा…

बहुत बढिया लिखा है .. बधाई स्‍वीकारें।

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत बेहतरीन गीत रचा है, वाह!

Alpana Verma ने कहा…

bahut khub likha hai yah geet aap ne Swapn ji.

निर्झर'नीर ने कहा…

ni:sandeh kabil-e-tariif

saral saras or bhavuk
bandhai swikaren

ALOK PURANIK ने कहा…

क्या बात क्या बात है। ये घर में कौण आण लाग रा है, जो मजे की छन रही है। घरवालों को ना बताया दीक्खै कि कौण आ रहा है। घर में शिकैत लगाणी पड़ेगी।

vandana gupta ने कहा…

bahut badhiya..........badhayi sweekarein.

Urmi ने कहा…

बहुत बहुत धन्यवाद आपकी टिपण्णी के लिए!
आपने बहुत ही सुंदर लिखा है! शानदार गीत के लिए बधाई!

संध्या आर्य ने कहा…

waah ji waah

दिगम्बर नासवा ने कहा…

ग़मों की वो बदली नहीं छंट रही थी
वो, तन्हाई काटे नहीं कट रही थी

वाह स्वपन जी..........आप नहीं आये.......ये ही तो खासियत है न आने वालों की.जब जरूरत हो नहीं आते

Prakash Badal ने कहा…

बहुत खूब स्वप्न जी!

M Verma ने कहा…

अच्छा लगा .... साधुवाद

निर्मला कपिला ने कहा…

bahut sunder geet ke liye badhaai mere blog par ane ka shukria apke sneh se meri kalam ko bal milta hai dhanyvad apki rachnao par adhik kuch kah sakoon ye suraj ko deepak dikhana hai shubhkamnayen

ज्योति सिंह ने कहा…

badhaayee .sundar kavita .

ज्योति सिंह ने कहा…

badhaayee .sundar kavita .