अर्थ की ख्वाहिश ने क्या-क्या कर दिया
दिल था एक मासूम पत्थर कर दिया
था गगन छूने का भी दम-ख़म मगर
जालिमों ने काट एक-एक पर दिया
प्यार कर बनने लगा जो देवता
उसके सीने में भी खंजर कर दिया
जो स्वपन देखा वही टुकड़े हुआ
आँख में अश्कों का निर्झर भर दिया
जिसकी खातिर वो लड़ा, लड़ता रहा
उसने ही साबित सितमगर कर दिया
थी डुबोने को बहुत एक लहर ही
ज्वार-भाटा और समंदर कर दिया
बागबां कैसे मिले उसको "स्वप्न"
खिल रहे गुलशन को बंज़र कर दिया
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दिल था एक मासूम पत्थर कर दिया
था गगन छूने का भी दम-ख़म मगर
जालिमों ने काट एक-एक पर दिया
प्यार कर बनने लगा जो देवता
उसके सीने में भी खंजर कर दिया
जो स्वपन देखा वही टुकड़े हुआ
आँख में अश्कों का निर्झर भर दिया
जिसकी खातिर वो लड़ा, लड़ता रहा
उसने ही साबित सितमगर कर दिया
थी डुबोने को बहुत एक लहर ही
ज्वार-भाटा और समंदर कर दिया
बागबां कैसे मिले उसको "स्वप्न"
खिल रहे गुलशन को बंज़र कर दिया
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12 टिप्पणियां:
बहुत बढिया रचना है योगेश जी।बधाई स्वीकारें।
बागबां कैसे मिले उसको "स्वप्न"
खिल रहे गुलशन को बंज़र कर दिया
सुन्दर अभिव्यक्ति।
बधाई।
Oh..! behad khoobsoorat rachnaa...! Isse adhik alfaaz nahee...!
http://shamasansmaran.blogspot.com
http://kavitasbyshama.blogspot.com
http://shama-kahanee.blogspot.com
http://shama-baagwaanee.blogspot.com
paise ........... सच में बहूत बड़ा है .......... sundar रचना है आपकी
गहरी पीड़ा है जी, आपकी नहीं पूरे जमाने की है। जमाये रहिये।
बहुत ही स्वपन जी आपने भावनाओ को बहुत ही बारिकी से पिरोया है ......जो बेहद खुब्सूरत है ........बधाई
बागबाँ कैसे मिले उसको 'स्वपन'
खिल रहे गुलशन को बंजर कर दिया
- गुलशन को बंजर किये जाना अनवरत चल रहा है. इसे रोके जाने की जरूरत है.
मासूम रचना -- व्यथित हृदय --
बहुत बारीक संवेदना
बहुत सुन्दर
yogesh ji , main kya kahun , aapne aaj ka nagn satya darsha diya hai apniu gazal ke dwara .. nishabd hoon ..
badhai..
aabhar
vijay
pls read my new poem "झील" on my poem blog " http://poemsofvijay.blogspot.com
namastey uncle..!!
bahut dino baad aapke blog par aana hua.
or bahut hi sundar rachna padhne ko mili. :)
"jinki khaatir wo ladaa,ladtaa rahaa..."
ye ek haqiqat hai.. esa to aksar hota rehta hai aaj k zamaane mein
bebehad khoobsurat rachana ,har pankti jaandar .der se aane ke liye mafi chahati hoon .itne tyohar hai ki samya nahi de paa rahi blog pe ,rachana bhi meri friend se bol kar dalwai hoon .kal bhi harchhat ki pooja hai .
Excellent,,, Im Speechless, Dont have words...
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