उपरोक्त शीर्षक चित्र श्री श्री राधा श्याम सुंदर , इस्कान मंदिर वृन्दावन, तिथि 15.04.2010 के दर्शन (vrindavan darshan से साभार ).

गुरुवार, 22 जनवरी 2009

बादल उवाच

धुप में झुलसा हुआ है ये जहाँ
आओ अब मिलकर कहीं छाया करेंगे
धरा पर जमने लगीं हैं पपडीयां
जिस्म की कुछ बूँद अब जाया करेंगे
जो खुशी के गीत भूले गुनगुनाना
वो खुशी के गीत फिर गाया करेंगे
सीप जो तरसी है मोती के लिए
उसको स्वांति दे के हर्षाया करेंगे
"स्वप्न" तस्वीरें बना आकाश में
अब ना मासूमों को भरमाया करेंगे
मेघदूतम की कथा दोहराएंगे ना
"कालिदासों " को ना तरसाया करेंगे
प्रेरणा: "उड़न तश्तरी " द्वारा कृष्ण भजन पर दी गई टिप्पणी " अब यही भजन गाया करेंगे"

बुधवार, 21 जनवरी 2009

मेरा सनम

अब ना पूछो कौन है मेरा सनम


दो जहाँ का डॉन है मेरा सनम




साथ जन्मों से रहा जिसके सदा


अब भी NEWLY बोर्न है मेरा सनम




नेति नेति करके कितने सो गए


सिर्फ़ SILENCE ZONE है मेरा सनम




इश्क हो जाता जहाँ पर ON है

उस जगह ISKCON (में) है मेरा सनम


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सोमवार, 19 जनवरी 2009

मैं तेरा गुनाहगार ................

मैं तेरा गुनाहगार हूँजो चाहे सज़ा दे
महफिल में कर जलील नज़रों से गिरा दे
छोटा सा दिया इश्क का ,तेरे नाम पर जला
चाहे तो उसे आकर सरे बज्म बुझा दे
हम देखने लगे थे कई स्वप्न सरे शाम,
वो स्वप्न सभी तोड़ दे ,गफलत से जगा दे
थी आरजू यही तेरा , दीदार कर सकूँ
नाम-ओ-निशाँ मेरी ,आरजू का मिटा दे
सोचा न था की हम पर ,भरोसा नहीं तुम्हें
भरोसा ना कर भरोसे का ,भरोसा तो दिला दे
देखो ना हम से इस तरह,ना गुफ्तगू करो
कुछ और कहें आप, हमें और गुमान दे
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