उपरोक्त शीर्षक चित्र श्री श्री राधा श्याम सुंदर , इस्कान मंदिर वृन्दावन, तिथि 15.04.2010 के दर्शन (vrindavan darshan से साभार ).

सोमवार, 14 सितंबर 2009

महफूज़ अब तो देश का, "साहिल" नहीं रहा

महफूज़ अब तो देश का,
"साहिल" नहीं रहा

लोगों का कत्ल-ए-आम अब 
"मुश्किल" नहीं रहा

कैदी बना के कुछ उसे 
"हासिल" नहीं रहा

कानून की पनाह में 
"कातिल" नहीं रहा

दामाद देश का वो (क)साब 
"जाहिल" नहीं रहा

आतंकियों का अंत क्यूँ 
"मंजिल" नहीं रहा.
******