आ भी जाओ (भजन)
जब तड़प उठ ही गई है, तुमको पाने कि ह्रदय में
दूर तुम रह ना सकोगे , श्याम मेरे आ भी जाओ
हम तुम्हारे हो चुके , क्यूँ तुम मेरे होते नहीं
गैर तुम कह ना सकोगे , श्याम मेरे आ भी जाओ
ये मिलन कि चाह मेरी , ये विरह कि पीर मेरी
और तुम सह ना सकोगे, श्याम मेरे आ भी जाओ
बिन तुम्हारे रह रहे हैं , बन के आंसू बह रहे हैं
तुम मगर बह ना सकोगे, श्याम मेरे आ भी जाओ.
*************