उपरोक्त शीर्षक चित्र श्री श्री राधा श्याम सुंदर , इस्कान मंदिर वृन्दावन, तिथि 15.04.2010 के दर्शन (vrindavan darshan से साभार ).

सोमवार, 23 फ़रवरी 2009

खता हमसे ही हो गई होगी..............................

खता, हमसे ही हो गई होगी
वरना वो दूर क्यूँ गए होते

पीर आंखों ने कुछ सही होगी
वरना यूँ अश्क क्यूँ बहे होते

दिल में उनके अगर जगह मिलती
चैन से हम भी रह रहे होते

साथ अपनों का मिल गया होता
आज अपने भी कहकहे होते

बात गर खोलते ना हम उनसे
दिलके जज्बात अनकहे होते

स्वप्न सच्चे जो हो गए होते
दर्द हमने यूँ सहे होते

उनकी यादों ने कुछ उबारा है
वरना हम कब के मर गए होते

हमपे दीवानगी जो छा जाती
अच्छे अशआर कुछ कहे होते

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